Blogs कुएँ का मेंढक बड़ी देर तक वह नदी का प्रवाह देखता रहा। ढलान की ओर तेजी से बहती नदी… by Yugal Joshi April 28, 2021
Blogs नियति “कितनी हैरत की बात है, आदमी जानते बूझते भी बुरी आदतें छोड़ नहीं पाता।” हवलदार साब… by Yugal Joshi April 27, 2021
Blogs छल सुभाष मास्साब ने उस दोपहर स्कूल में एक नाटक का आयोजन किया था। सुभाष मास्साब अनूठे… by Yugal Joshi April 26, 2021
Blogs वापसी “बिना पूजा के बात नहीं बनेगी, भाई। बिलकुल नहीं बनेगी।” दीपक अपनी माँ की ओर देखते… by Yugal Joshi April 25, 2021
Blogs लेन-देन केनिथ मेसॉन की किताब द अबोड ओफ़ स्नो में कुमायूँ के सबसे बड़े अन्वेषकों में से… by Yugal Joshi January 20, 2021
Blogs इंतज़ार बहुत भागकर वह किसी तरह समय पर बस पकड़ पाया था। सेमेस्टर के इग्ज़ैम के बाद… by Yugal Joshi January 20, 2021
Blogs साझी पीड़ बाहर से छन कर आती हुई धूप में एकाएक वह प्रकट हुई। बाएँ हाथ से घुटने… by Yugal Joshi January 20, 2021